भूख नये की........नये विचार की, नये आचार की......नये स्वाद की, नयी याद की.....नयी आकृति की, नयी संस्कृति की.......नये साज़ की, नये अंदाज़ की......बस कुछ नया करना है, करना है, करना है.....अभी, बिलकुल अभी जो किया था, पुराना हो गया......फिर कुछ नया करना है.......
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