भूख नये की........नये विचार की, नये आचार की......नये स्वाद की, नयी याद की.....नयी आकृति की, नयी संस्कृति की.......नये साज़ की, नये अंदाज़ की......बस कुछ नया करना है, करना है, करना है.....अभी, बिलकुल अभी जो किया था, पुराना हो गया......फिर कुछ नया करना है.......
Tuesday, 20 October 2020
Wednesday, 20 June 2018
बटर-जीरा-स्क्वैश-टोस्ट
3-4 साल पहले गर्मियों के लिए कोई अच्छा शर्बत लेने गया था, दुकानदार ने हितकारी के स्वदेशी के कई फ़्लैवर सामने रख दिए। मैंने उसमें से एक जीरा-ट्रीट ले लिया। काफ़ी पसंद आया। उसे मैंने शर्बत की तरह तो पिया ही, पकौड़ों के साथ सॉस की तरह खाया, चटनी की तरह इस्तेमाल किया, कई बार बिना किसी चीज़ के साथ और बिना वजह भी खाया।
आज एक और काम किया। ब्राउन ब्रैड के एक स्लाइस पर हल्का-हल्का जीरा-ट्रीट लगा दिया। दूसरे स्लाइस पर हल्का फ़ैटलैस बटर लगा दिया। दोनों स्लाइस के जीरा-ट्रीट और बटर वाले हिस्से आपस में मिलाकर हल्का-हल्का घी लगाकर तवे पर सेंक लिया।
चाय के साथ अच्छा-ख़ासा नाश्ता तैयार हो गया।
इसके साथ चाहें तो, यह गाना भी सुन सकते हैं-
-संजय ग्रोवर
21-06-2018
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